इंदौर। शहर में एक्रोपालिस कॉलेज की छात्रा की मौत के मामले में पुलिस ने छात्रा के दोस्त के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज किया है। स्टूडेंट ने 11 अप्रैल 2023 को अपने कमरे में सुसाइड किया था। दो लाइन के सुसाइड नोट में छात्रा ने पेपर बिगड़ने की बात का जिक्र किया था। हालांकि परिजनों ने छात्रा की आत्महत्या के पीछे शुरू से ही अन्य कोई कारण होने की बात कही थी। इसे लेकर वह वरिष्ठ अफसरों से भी मिले थे पुलिस ने जब छात्रा की कॉल डिटेल निकाली तो मामला कुछ और ही निकला। इधर रूम मैट के बयान के आधार पर उसके एक दोस्त के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब मामले में आरोपी की तलाश कर रही है टीआई शशिकांत चौरसिया ने बताया कि धार जिले के मनावर की रहने वाली हर्षिता विनोद शिंदे की मौत के मामले में पुलिस ने उसके गांव के ही रहने वाले दोस्त किशन सुरेश नामदेव के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है। टीआई के मुताबिक हर्षिता शिंदे इंदौर में किराये के कमरे में रहकर पढ़ाई करती थी उसके गांव का लडका किशन नामदेव जो गांव से हर दिन हर्षिता को फोन से बात करता था। दोनों के बीच अफेयर भी था। रोज उससे पूछता था कि तुम कहां हो क्या कर रही हो और हर्षिता किसी दूसरे दोस्त व अन्य किसी से भी बात करती थी तो किशन नामदेव कभी कभी इंदौर आकर हर्षिता का फोन चेक करता। शंका करता था। इस बात को लेकर वह ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाती थी।सहेली के मुताबिक इन हरकतों की वजह से हर्षिता डिप्रेशन में आ गई थी। इससे उसका पेपर भी बिगड़ गया था। मामले में सहेली के बयान ओर कॉल डिटेल के बाद पुलिस ने किशन को आरोपी बनाया है मां से कहा था- पेपर बिगड़ा है हर्षिता के चचेरे भाई विनोद ने बताया कि उसने अपनी मां संगीता से मोबाइल पर सुसाइड वाले दिन सुबह ही बात की थी। उसने बताया था कि सोमवार को उसका जो केमिस्ट्री का पेपर था। वह बिगड़ गया। इससे वह बहुत परेशान है। संगीता ने उसे समझाया भी था पांच दिन पहले ही गांव आया था भाई हर्षिता के साथ उसका छोटा भाई गौरव भी इंदौर में रहता था। गौरव लॉ की पढ़ाई कर रहा है। वह पांच दिन पहले ही अपने माता-पिता के पास सिंघाना गया था। गौरव ने सुसाइड वाले दिन दोपहर में बात करने के लिए बहन को कॉल किया, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद उसने इंदौर में रहने वाले चचेरे भाई विनोद को कॉल किया। विनोद शाम करीब पांच बजे हर्षिता के कमरे पर पहुंचा और दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई, लेकिन उसने गेट नहीं खोला। बाद में गेट तोड़ा तो वह फंदे पर लटकी थी। इसके बाद शाम करीब 6.30 बजे पुलिस को सूचना दी गई। लगभग आधे घंटे में पुलिस टीम मौके पर पहुंची
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