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राजस्थान शिक्षक भर्ती पेपरलीक का मास्टरमांड बेंगलुरु से गिरफ्तार लगातार ठिकाने बदल रहा था सारण; एयरपोर्ट से SOG टीम ने पकड़ा


राजस्थान शिक्षक भर्ती पेपरलीक का मास्टरमांड बेंगलुरु से गिरफ्तार लगातार ठिकाने बदल रहा था सारण; एयरपोर्ट से SOG टीम ने पकड़ा जयपुर  शिक्षक भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान एटीएस-एसओजी ने यह बड़ी कार्रवाई बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे की है पिछले छह दिनों से पुलिस बेंगलुरु में कैंप कर रही थी। भूपेंद्र पर एक लाख का इनाम घोषित है। पुलिस इसे लेकर उदयपुर जाएगी एसओजी-एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया- बुधवार दोपहर में भूपेंद्र सारण के मूवमेन्ट की पुख्ता जानकारी मिली थी उदयपुर में भूपेंद्र सारण के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। इसी मामले में वह फरार चल रहा था। उदयपुर जिले के पुलिस दल को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया गया था।भूपेन्द्र सारण अहमदाबाद से फ्लाइट लेकर बेंगलुरु आया था। एसओजी के पास इनपुट था कि आरोपी अहमदाबाद से बेंगलुरु जा रहा है इसी आधार पर टीम को एयरपोर्ट भेजा गया था। आरोपी इस दौरान जालोर, बीकानेर, बाड़मेर भी कई बार मूवमेंट कर चुका है। एसओजी अपने यहां दर्ज केस में भूपेन्द्र सारण से पूछताछ करेगी कौन है भूपेंद्र सारण भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह जेल भी जा चुका है। पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है 3 घंटे में 5 मंजिला बिल्डिंग जमींदोज की गई थी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जेडीए ने एक्शन लिया था जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया था। करीब 3 घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को गिरा दिया गया था। यह इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर था और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था इसके बाद 10 जनवरी को अजमेर रोड स्थित रजनी विहार में भूपेंद्र सारण के घर को लेकर जेडीए ने नोटिस जारी किया था। 12 जनवरी तक नोटिस का जवाब देना था। इसके बाद 13 जनवरी को मकान ढहा दिया गया था 19.11 लाख रुपए की वसूली भूपेंद्र सारण के घर तीन दिन चली कार्रवाई के दौरान लेबर, मशीनरी और जाब्ते में तैनात हुए तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों के वेतनमान को जोड़कर 19 लाख 11 हजार 355 रुपए का खर्चा आया था इस राशि को जमा करवाने के लिए जेडीए ने भूपेन्द्र सारण और उसके भाई गोपाल सारण के नाम नोटिस जारी किया गया था। जो अब तक नहीं भरा गया दो बार अहमदाबाद गया पुलिस पूछताछ में सारण ने बताया- उदयपुर में पुलिस एक्शन होने के बाद समझ आ गया था कि पुलिस उसका पीछा करेगी। इसलिए उसने सबसे पहले जयपुर छोड़ा और दिल्ली चला गया पुलिस का एक्शन देखते हुए उसे डर लगने लगा था। फिर वह अपने परिचित के यहां अहमदाबाद बस से निकल गया। करीब 25 दिन वह अमहदाबाद रहा इसके बाद वह राजस्थान लौट आया। यहां जालोर, बीकानेर, बाड़मेर, अजमेर, फागी में कुछ दिनों तक रुका। गिरफ्तारी के डर से वह दोबारा से अहमदाबाद भाग गया अब की बार वह 28 दिन अहमदाबाद में रहा। पुलिस के डर से वह यहां ज्यादा समय नहीं रह पाया। यहां से वह अपने परिचित के यहां बेंगलुरु के लिए निकला, जहां पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया ये था मामला उदयपुर पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को सुबह सवा तीन बजे एक बस में सवार स्टूडेंट्स और सुरेश बिश्नोई व भजनलाल बिश्नोई को पकड़ा था इसके बाद पेपर लीक का खुलासा हुआ था। जांच में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका पेपर लीक के मास्टरमाइंड निकले थे। तब से दोनों की तलाश की जा रही थी।

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