में मौसम ने अपना रूख बदल लिया है। फरवरी महीने में जहां ठंड रहती है, वहीं अब गर्मी पड़ने लगी है। दोपहर होते-होते सूर्य का तापमान बढ़ने लगता है और इसके कारण गर्मी बढ़ने लगती है। फरवरी अभी खत्म भी नहीं हुई है लेकिन घरों में पंखे चलने शुरू हो गए हैं। गर्म कपड़े पैक करके रखे जाने लगे हैं। वैसे तो फरवरी और मार्च में वसंत ऋतु का समय होता है, लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है कि सर्दी के बाद सीधे गर्मी आ गई है। वैसे दो दिनों से सुबह आसमान में बादलों का डेरा देखा गया है चित्तौड़गढ़ में इस समय तापमान लगभग 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जो अप्रैल के महीने में होता है। इस बार वसंत ऋतु में ही गर्मी पड़ने लगी है। मौसम का पैटर्न तेजी से बदल रहा है। अब फरवरी ठंड की जगह गर्मी पड़ रही है। हालांकि, अधिकतम तापमान में 1.8 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी। जबकि सुबह के तापमान में 1.6 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। बुधवार सुबह का तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस था जबकि गुरुवार सुबह का तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग द्वारा जारी किए रिपोर्ट के अनुसार दिन का तापमान 35 डिग्री पर चल रहा था लेकिन अब कम होकर 33.8 डिग्री पर आ गया। फसलों पर पड़ेगा असर कृषि उप निदेशक डॉक्टर शंकरलाल जाट ने बताया कि धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है। जिस कारण, लोग फरवरी महीने में ही अप्रैल जैसी गर्मी महसूस कर रहे हैं। यह कोई सामान्य बात नहीं है क्योंकि इससे खेतों में गेहूं, चना और जौ आदि फसलों पर इसका असर पड़ेगा। गर्मी बढ़ने से गेहूं के दाने बड़े नहीं होंगे अक्टूबर-नवंबर महीने में किसान रोपाई करता है, बीजों को बोता है और फरवरी माह में जब तापमान को ठंडा होना चाहिए तो यहां गर्मी पड़ रही है। ऐसे में गेहूं की बाली में दाने बहुत छोटे हो सके है। साथ ही, गुणवत्ता भी उसमें सही नहीं होगी।
0 Comments