सिंगोली:- वर्षो से नीमच जिले के किसानों को गेहूं के उत्पादन के लिये गेहूं के बीज पर अनुदान मप्र की भाजपा सरकार देती आ रही है पर इस वर्ष सरकार ने नीमच जिले के किसानों को गेहूं के बीज पर अनुदान देने से मना कर दिया है जिससे किसानों में मप्र की किसान विरोधी भाजपा सरकार के विरूद्ध गहन आक्रोश पनप रहा है। इस संबंध में जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष व कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि भाजपा की सरकार हमेंशा किसान विरोधी रही है। भारी बारिश से फसले तबाह हो गई पर कई जगहों पर किसानों को उनकी नुकसान हुई फसल का मुआवजा अभी नहीं मिल पाया है और तो और जिले सहित जावद विधानसभा क्षेत्र में सर्वे के नाम पर भी भाजपा सरकार व उसके जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में धांधली की जा रही है। प्राकृतिक आपदा ने कई किसानों की आर्थिक रूप से कमर तोड़ कर रख दी है पाटीदार ने बताया कि अब शिवराज की भाजपा सरकार का एक और किसान विरोधी नया कारनामा सामने आया है। शिवराज की भाजपा सरकार अब नीमच जिले के किसानों को गेहूं के बीज पर मिलने वाला अनुदान भी बंद कर दिया है। कृषि विभाग से जारी आदेश में बताया गया कि है कि नीमच जिले में किसानों को अब गेहूं के बीज पर मिलने वाला अनुदान नहीं मिलेगा। आखिर नीमच जिले के किसानों ने भाजपा सरकार का क्या बिगाड़ा है जो किसानों को इतना दुख देने पर तुली है सत्यनारायण पाटीदार ने शिवराज की भाजपा सरकार को आढे हाथो लेते हुए कहा कि किसानों के द्वारा गेहूं के उत्पादन से मप्र देश में हर बार अव्वल
रहता आया है और किसानों की मेहनत का फल शिवराज सरकार को वाहवाही के रूप में मिलता है और किसानों की मेहनत से उगाये गये गेहूं के बंपर उत्पादन से हर बार मप्र की सरकार को अवार्ड मिलता है। भाजपा सरकार के सीएम शिवराज दोगले किस्म के व्यक्ति है जो किसानों की मेहनत का इस्तेमाल करना जानते
है लेकिन उन्हें किसी प्रकार का लाभ देने में मुश्किल आती है। जबकि शिवराज की भाजपा सरकार की जेब से कुछ नहीं जा रहा है सरकारी रूपया भी किसानों के लिये निकालने में नौटंकी की जा रही है। सरकारी खजाने में से भी किसानों को राहत देने में दिक्कतेें आ रही है। जबकि सत्ता के नशे में चूर होकर विज्ञापनों में सरकारी रूपये का दुरूपयोग करने में माहिर हो चुके शिवराज सरकार व फिजूल खर्ची में माहिर उसके जनप्रतिनिधियों को अब गेहूं के बीज पर अनुदान देने में दिक्कते आ रही है। भाजपा की शिवराज सरकार हमेंशा जनविरोधी होने के साथ ही किसान विरोधी रही है। मप्र की भाजपा सरकार के शिवराज अवार्ड लेने में उस्ताद बन चुके है। किसान बंधु खून पसीने बहाकर मेहनत से फसल उगाता है और और बंपर आवक के कारण उसका लाभ के रूप में परिणाम किसानों को मिलने के बजाय मप्र की भाजपा सरकार लेती है और शिवराज किसानों के नाम पर खूब वाहवाही लूटते है, अवार्ड लेते है लेकिन किसानों को अनुदान देने में उन्हें परेशानी आती है। जबभी किसानो के हित की केाई बात आती है मौका आता है तो भाजपा की सरकार के सीएम शिवराज मुंह मोड लेते है, मप्र को गहूं उत्पादन में नंबर एक पर भी लाना है कि लेकिन गेहूं उत्पादन के नाम पर बीज में अनुदान नहीं देना है। सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि भाजपा की सरकार को होश में आकर काम करना चाहिये। तानाशाही का अंत होता है जनविरोधी और किसान विरोधी नीतियों से वैसे ही प्रदेश में बुरे हाल हो रहे है। जनता महंगाई से त्रस्त है वहीं किसानों को उनके हक के रूप में मिलने वाला अनुदान पर भी अब जानबूझकर भाजपा की शिवराज सरकार द्वारा रोक दिया गया है जिससे किसानों में शिवराज सरकार के विरूद्ध गहन आक्रोश पनप रहा है भाजपा सरकार को अब जनता व किसान आने वाले चुनाव में सबक सिखाकर ही रहेंगे। श्री पाटीदार ने कहा कि यदि शिवराज सरकार ने जिले सहित जावद विधानसभा क्षेत्र के किसानों को गेहूं के बीज पर अनुदान नहीं दिया तो जिला कांग्रेस के बैनर तले किसानों के हित में जंगी प्रदर्शन किया जायेगा।
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