मंदसौर। पागानी परिवार द्वारा अपने काले धन को सफेद करने की नियत से एक गरीब नौकर सीतामउ निवासी नरेन्द्र पिता भेरूलाल माली को बली का बकरा बना दिया। बिलांत्री में कारीबाई भेरूलाल को शासकीय पटटा मिला था । इस कारण जमीन बेची नही जा सकती थी अगर जमीन बिकती है तो कलेक्टर से अनुमति लेनी पडती है। किन्तु पर्दे के पिछे से खेल खेल रहे पागानी परिवार द्वारा पटटे की जमीन को खरीदने के लिये बाबुलाल एवं कारीबाई से जमीन का डायवर्शन करा लिया। अनुविभागीय अधिकारी मंदसौर के प्रकरण क्र. 427/ अ-2 / 2020-21 से उक्त पटटे की जमीन का डायवर्शन कराकर मंदसौर तहसीलदार से प्रकरण क्रमांक 1808/ अ-6/2020-21 आदेश दिनांक 12-3-2021से नरेन्द्र पिता भेरूलाल माली के नाम से नामांतरण करा लिया । यह पुरा खेल इस शासकीय भूमि को हडपने के लिये किया गया। और रजिस्ट्री दिनांक 20-01-2021 को कराई गई रजिस्ट्री में इनके द्वारा पटटे की जमीन को छिपाते हुए लिखा गया उक्त भूमि भू-दान, शासकीय -पटटे की नही है, तथा इसके विक्रय में मध्य प्रदेश भू-राजस्व सहिता कि धारा 165 व भारतीय रजिस्ट्री अधिनियम की धारा 22-क की बाधा नही आती है। और नाही उक्त भूमि के विक्रय पर किसी प्रकार की रोक आरोपित है। इस भूमि पर किसी भी शासकीय /अर्धशासकीय संस्था/बैक/सोसइटी/ आदि का ऋण - भार, बकाया नही है, यदि कोई भार या वाद विवाद निकला तो उसकी समस्त अदायगी का भार हम विक्रेता पर होगा। इस प्रकार झूठी रजिस्ट्री करा ली गई शासकीय पटटे की भूमि को षडयंत्र पूर्वक नरेन्द्र माली के नाम से खरीद कर दुकाने बनाई जा रही है। जबकि इन दुकानों को बनाने में सारे पैसा पगानी बंधु लगा रहे है । इस रजिस्ट्री में बतोर गवाह जगदीश पागानी है । नरेन्द्र माली के नाम से दुकाने बनाकर यह लोग लाखों रूपये कमाकर निकल जायेगे बाद में दुकाने खरीदने वाला रोयेगा । इस प्रकार पागानी बंधु लगातार छल कपट करते आ रहे है। प्रशासन भूमिफीया अभियान का रूक इनकी तरफ मुडेगा भगवान जाने ।
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