मंदसौर। गांधी सागर अभ्यारण के प्रतिबंधित क्षेत्र में चरवाहों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया. वन विभाग के एसडीओ विकास मोहरे अपनी टीम के साथ अभ्यारण के प्रतिबंधित क्षेत्र से मवेशियों का झुंड को हटाने आए थे. पथराव से बचकर आई टीम ने रामपुरा थाने पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस मामले में वन अमले की टीम ने हमलावरों के जत्थे में से दो लोगों की पहचान कर ली है. और इस आधार पर अब नीमच जिले की रामपुरा थाने कि पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है ये है पूरा मामला: जानकारी के मुताबिक मंदसौर और नीमच जिले की सीमा स्थित राव जी कुड़ी और गांधी सागर के बीच बने एक नाला क्षेत्र के निकट वन क्षेत्र में मवेशियों के घुसने की सूचना मिली थी. इसी की तहकीकात में एसडीओ विकास मोरे अपनी टीम को लेकर मौके पर पहुंचे थे. हालांकि उस समय वहां चरवाहे मौजूद नहीं थे, लिहाजा उन्होंने वन क्षेत्र में चर रहे मवेशियों को घेर कर वन ऑफिस की तरफ लाने की कोशिश की. इसी बीच बाइक और बस पर सवार होकर आए दर्जनभर चरवाहों ने उन पर हमला कर दिया. चरवाहों ने जमकर पथराव भी किया, जिससे रेंजर की गाड़ी के शीशे टूट गए एसडीओ पर जानलेवा हमला: आरोप है कि चरवाहों ने इसके बाद एसडीओ के ऊपर बाइक चढ़ाकर उन्हें मारने की कोशिश भी की. हालांकि वह अपनी सूझबूझ से बच गए. हालांकि तगड़े विरोध के बाद तमाम चरवाहे अपने मवेशियों को लेकर मौके से नीमच जिले की सीमा में फरार हो गए.इस दौरान वन अमले के एक कर्मचारी ने हमलावरों के वीडियो बना लिए. घटना के बाद एसडीओ विकास मोहरे ने रामपुरा थाने पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई. इस मामले में वन अमले की टीम ने हमलावरों के जत्थे में से दो लोगों की पहचान कर ली है, और इस आधार पर अब नीमच जिले की रामपुरा थाना आरोपियों की तलाश कर रही है।
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