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मल्हारगढ़ तहसील चल रही सोसाइटी बैंक के नाम पर कर रहे हैं सूदखोरी का धंधा कलेक्टर महोदय लगाएंगे इन पर लगाम या फिर ग्रामीणों का सूखते रहेंगे खून? ग्राहकों के खातों में अमाउंट जमा होने के बाद यदि ग्रामीणों को बीच में जरूरत पड़ जाए तो उसके ही पैसों का का परसेंटेज काट कर उन्हें पैसा दिया जाता है यह नियम कहां से आया अपने ही पैसों का ब्याज देना पड़े। इतना ही नहीं बल्कि लोन से पहले ही 7 से ₹8000 फाइल चार्ज के नाम पर लिए जाते हैं


मल्हारगढ़ तहसील में सभी सोसाइटी का बोलबाला ग्रामीणों को लोन के नाम पर लगाने का नया तरीका अपना खाता खुलवाएं और 1 महीने में लोन ले उसके बाद ग्रामीण लोन लेने पहुंचे होती है उसके साथ धोखाधड़ी फाइल चार्ज के नाम पर वसूले जाते हैं हजारों रुपए 1 लाख ₹7000 फाइल चार्ज उसके बाद डिपॉजिट के नाम पर ₹10000 जिसका कोई ब्याज नहीं तो हम समझ सकते हैं कि ग्रामीणों को सिर्फ ₹90000 ही प्राप्त उसके बाद ग्रामीणों को दबाव डालने के लिए खाली चेक लिए जाते हैं सिर्फ सिग्नेचर करे हुए जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि लोन के दौरान खाली चेक लिए जाए किस्त जमा कराने पर नहीं दी जाती प्रमाणित रसीद सिर्फ स्वाइप मशीनों के द्वारा ली जाती हैं लेकिन यह वह मशीन है जो अभी उसकी प्रिंट दिखेगी और 2 घंटे बाद उसकी प्रिंट उड़ जाएगी ऐसे में आखिर ग्राहक जाए तो कहां जाए यदि कानूनी दांवपेच में अगर घर आ जाता है तो उसके पास ना तो कोई सबूत रहता है ना ही कोई गवाह इतना ही नहीं बल्कि एजेंटों की वजह से यदि किस्तें 1 दिन भी आगे पीछे  हो जाए तो बड़ी मात्रा में पेलेंटी वसूली जाती हैं चक्रवती व्याज से ज्यादा मिथुन चक्रवती व्याज लिया जाता है जिससे गरीब ग्रामीणों को लोन का लालच देकर उनका खून चूसने वाली सोसायटियों जो खुद को बेंक समझती है  तालाबंदी होना चाहिए इतना ही नहीं बल्कि एफडी आरडी के नाम पर भी हो रहा शोषण आपको बता दें कि सोसाइटी को बैंक बताने वाली सूदखोरों से  बचना चाहिए और देखना चाहिए कि आपका पैसा सुरक्षित है या नहीं मल्हारगढ़ तहसील की सभी सोसाइटीओं में शासन के नियम विरुद्ध सूदखोरी का धंधा जोरों पर चालू है सोसाइटी संचालकों से लगाकर एजेंट तक ग्रामीणों को लूटने की प्रक्रिया निरंतर जारी है कलेक्टर महोदय ध्यान देकर संपूर्ण के दस्तावेजों की जांच की जाए वह पर्सनल लोन के नाम पर दिए गए लोन वाले ग्राहकों से पूछा जाए कि आखिरकार उनके साथ इस तरह के की पीड़ा हो रही है जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा।

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