जहरीली शराब मामले में एसडीओपी मल्हारगढ़ पर कार्रवाई क्यों नहीं आपको बता दें कि हाल ही में मल्हारगढ़ देसी शराब के ठेके के पास कई मात्रा में जहरीली अंग्रेजी शराब बिक रही थी थाना प्रभारी यादव ने अपनी सूझबूझ से बड़ा जखीरा पकड़ दिखाया था लेकिन यह जखीरा पूर्व में कई दिनों से चल रहा था सुना जा रहा है कि यह सब आका के इशारों पर चल रहा है। इतना ही नहीं बल्कि आका के इशारों पर हाईवे से लगे होटलों पर खूब जमकर होती हैं तस्करी ऐसे फिर कोई बड़ी घटना घटित ना हो सके इसलिए तुरंत संज्ञान लेकर SDOP को हटा देना चाहिए इधर ग्रामीणों की मांग SDOP के रहने पर जांच प्रभावित होने की आशंका। अधिकारी को हटाकर जांच कराई जाए मल्हारगढ़ पिपलिया मंडी थाना क्षेत्र में जहरीली शराब के मामले में एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने अपनी ईमानदारी को दिखाते हुए मामले को संज्ञान में लिया पिपलिया मंडी थाना प्रभारी बीट प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया लेकिन अधूरी है सख्त कार्रवाई जब होगी जब सभी के आका SDOP को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए जब कहेंगे कि कि मंदसौर जिले में अवैध शराब माफियाओं के माफियाओं के अड्डे को ना बल्कि जड़ों को भी पूरी तरह से खत्म दिया है इतना ही नहीं आका के इशारों पर खूब जमकर होती है अवैध तस्करी शराब माफिया बन चुके हैं इनके कार्यकाल में डॉन पिछले कई सालों में ऐसा एक भी मामला मल्हारगढ़ तहसील में नहीं हुआ कि इतना बड़ा हादसा हो सके लेकिन जनाब के आते ही कई बड़े बड़े हादसे और कई बड़े बड़े अपराधी खुले में घूम रहे हैं सिर्फ थाना प्रभारी गुनहगार नहीं थाना प्रभारियों के ऊपर आका भी इस गुनाह के लिस्ट में आते हैं। क्या आका के ऊपर भी कार्रवाई होगी अन्यथा अब तक की हुई जो भी कार्रवाई पूरी तरह बेकार मानी जाएगी शादी जांच प्रभावित होने की आशंका भी नजर आती है अब देखना होगा कि उसके अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं
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