जनपद पंचायत सीतामऊ के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गलियारा में जिम्मेदार अधिकारियों की सांठ-गांठ से जमकर अनियमितता और भारी भ्रष्टाचार कीया जा रहा है। शिकायतों के बाद भी सरपंच-सचिवों पर कोई कार्रवाई नहीं होती हैं। ग्रामीणों की मानें तो गांव में सरकार की संचालित योजनाओं में भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। जिसकी निगरानी करने वाले अधिकारी भी कमीशन के खेल के चलते आंखों पर चश्मा चढ़ाए चुप्पी साधे बैठे हैं ? जिसकी शिकायत उप सरपंच मुकेश सूर्यवंशी द्वारा जनपद पंचायत के अधिकारियों को की लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ भी होता नहीं दिखाई दे रहा हैं। जनपद पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम पंचायत गलियारा में गुणवत्ताहीन और फर्जी काम सरपंच-सचिव की मिलीभगत से किए जाकर शासन की मंशा की यहां खिल्ली उड़ाई जा रही हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार जमकर फल-फूल रहा है।आलम ये है कि कमीशन के खेल के चलते शिकायतों पर अधिकारी ध्यान नहीं देते। इतना ही नहीं अधिकारी केवल कागजों में भ्रमण दिखा कर घर में ही घुसे रहते है ? ज्यादातर काम गुपचुप तरीके से महज कागजों में ही पूरे किए जा रहे है। जिसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं हो पाती हैं। यह नौ लाख रूपए का बड़ा भ्रष्टाचार सिर्फ मुक्ति धाम और शमशान घाट गलियारा रामाखेड़ी का है वर्ष 2024 का नौ लाख रुपए के लगभग 901285 का बड़ा भ्रष्टाचार सिर्फ एक वर्ष का है बाकी अगर नए सरपंच के कार्यकाल से जोड़ा जाए तो यह राशि लगभग 25 से 30 लाख के लगभग जाएंगी अनुमानित ? और ग्राम पंचायत गलियारा के भोले भाले लोगो को कुछ भी मालूम नहीं है यह सारा खेल राजनितिक लोग और भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से भ्रष्टाचार पनप रहा है ? ग्राम पंचायत में मौके पर एक भी पौधा नहीं है और कोई देख रेख करने वाला नहीं है। पेड़ पौधों की यह सिर्फ सरपंच और सचिव बरसात में फोटो खींचकर ग्राम पंचायत के पोर्टल पर डाल कर लाखो रुपए निकालकर अपना खुद का विकाश कर रहे है। मेने जो भी लिखा है सत्य लिखा है अगर इसमें कोई गलत हो तो जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी जांच कर सकते हैं। इससे पहले दो वर्ष की आडिट रिपोर्ट में भी भ्रष्टाचार उजागर हो चुका है। अगर जनपद पंचायत और जिला पंचायत के अधिकारियों द्वारा जांच कर भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही नहीं होती है तो इसकी शिकायत भोपाल तक की जाएंगी और समस्त पत्रकारों और मीडिया को भी इसकी सूचना का प्रेस नोट जारी किया जाएंगा। क्योंकि सरपंच और सचिव को नेताओ का संरक्षण प्राप्त होने के कारण कार्यवाही में रूकावटे आ रही हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो विकाश की गंगा का क्या होंगा। और सबका साथ सबका विकास कैसे होंगा उप सरपंच मुकेश सूर्यवंशी ग्राम पंचायत गलियारा गांव रामाखेड़ी
0 Comments