नीमच। जिले में जब से कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने कमान संभाली है, तब से अवैध गतिविधियों पर लगाम लगती जा रही है। साथ ही लगातार कार्यवाही देखने को मिल रही है। ऐसी ही एक कार्यवाही बीते कल रविवार को जीरन क्षेत्र की सामने आई हैं। जिसमें जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा के निर्देश पर तीन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से अवैध खनन पर कार्यवाही करते हुए ट्रेलर व पोकलेन जप्त की हैं। दरहसल जीरन क्षेत्र के ग्राम हरनावदा के मजरा गोविंदपुरा में अवैध उत्तखनन की सूचना तहसील विभाग, पुलिस विभाग व खनिज विभाग को प्राप्त हुई थी। जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची। और अवैध खनन को रोका गया। परन्तु प्रशासनिक टीम पहुँचने की खबर मौके पर मौजूद खनन माफियाओं को लगने से वह फरार हो गए। वही प्रशासनिक टीम ने मौके से चार ट्रेलर व एक पोकलेन मशीन जप्त कर अतिरिक्त खनिज अधिकारी गजेंद्र डावर की सुपुर्दगी में दी है। जिन्हें जीरन थाने में खड़ा करवाया गया। वही उक्त कार्यवाही को तहसीलदार नवीन गर्ग, थाना प्रभारी मनोज जादौन के साथ जीरन का पुलिस बल, पटवारी नवीन तिवारी व राधेश्याम सोनगरा ने अंजाम दिया वही इस मामले में सूत्रों से यह भी जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि अवैध खनन में लिप्त समीपस्थ ग्राम के अरुण और शुभम है। जो की उसी स्थान पर लम्बे समय से अवैध खनन कर रहे थे। परन्तु इस से पहले किसी तरह की कार्यवाही नहीं हो पाई। इस बीच में इन माफियाओं द्वारा लाखों का अवैध खनन किया जा चुका हैं। जिसका खनिज विभाग अगर कार्यवाही करे तो लाखों का चालान बन सकता है। अब बड़ा सवाल यह है कि जब प्रशासनिक टीम कार्यवाही करने पहुंची तो उक्त स्थान पर ट्रेलर और पोकलेन के अलावा कोई खनन माफिया नही मिला। ऐसे में क्या विभाग के अंदर से ही किसी ने खनन करने वालो को सूचना दे दी थी? और मौके से उक्त खनन माफिया फरार हो गए थे। सुत्र बताते है कि अवैध खनन करने वाले अरुण व शुभम ने लम्बा जाल बिछाया हुआ है, जिससे इन्हें पहले से ही सुचना मिल जाती हैं। ऐसे में क्या विभाग अवैध उत्खनन के मुख्य सरगना पर कार्यवाही करता हैं या मामले को दबा दिया जाएगा?
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