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सोजातिया की नामांकन रैली ने कई मायनों मे ये तय कर दिया की मेरे बाद इस गद्दी का उत्तराधिकारी मेरा ही कुनबा

गरोठ कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष सोजातिया ने कल पुरा जोर लगाकर तिनका तिनका जोड़ कल अपना नामांकन दाखिल किया सोजातिया की फूलों से सजी धजी गाड़ी में सोजातिया के अलावा केवल और केवल भतीजा मनन और बेटी टोनू उस गाड़ी में थे इस नामांकन रैली के दोरान भतीजे और बेटी ने रास्ते भर सोजातिया के साथ खड़ा रहकर दोनों हाथो से आमजन और कार्यकर्ताओ का अभिवादन स्वीकार किया  पिछले चार दशक से सोजातिया का इस विधानसभा सीट पर एकाधिकार है जो कल तक विरोधी रहे वो आज सेवादार का रोल मॉडल है सोजातिया के राजनीति करियर की शुरुआत तकरीबन सन् 1980 मे हुई जब सोजातिया ने कांग्रेस से पहली बार  शामगढ़ मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस मे कदम रखा उस दोर मे सोजातिया के पास भानपुरा मे एक छोटी सी मेडिकल की दुकान हुवा करती थी तब से लेकर अब तक के सफर में सुभाष सोजातिया ने इन चार दशकों में चल अचल संपत्ति अर्जित की जो बे हिसाब है अपने अलावा सोजतिया ने कभी किसी को कांग्रेस की राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया राजनीति के वो जादूगर जिनके दिवंगत होने के बाद भी आज तक उनका नाम बड़े अदब और सम्मान के साथ लिया जाता है ऐसे बड़े राजनीतिज्ञ भी हमेशा कांग्रेस मे रहते हुए भी हाशिये पर रहे  डॉक्टर कोटवाल,कालूराम पाटीदार से लेकर त्रिलोक पाटीदार तक कई प्रबुद्ध कांग्रेसियों ने इस विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी रखी लेकिन इस सीट पर मंत्रणा करते-करते हमेशा कांग्रेस हाई कमान की  सूझ बूझ रीति नीति सर्वे और मापदंड को जंग सा लग जाता हैं इन चालीस सालों में कुछ विरोधी भगवान के श्री चरणों में चले गए तो कुछ क्षेत्र  छोड़कर  तो कुछ ने इस प्रदेश को ही छोड़ दिया  5 दिन पहले त्रिलोक पाटीदार अपने समर्थकों के साथ  सोजतिया को कांग्रेस से नवी बार उम्मीदवार बनाए जाने पर भोपाल कमलनाथ से मिलने पहुंचे जहां निराशा हाथ लगने के बाद त्रिलोक पाटीदार और उनके समर्थकों ने सुभाष सूटकेस और दिग्गी के पोस्टर पर जमकर जूते मारे बाद में प्रेस से रूबरू होकर पाटीदार और उनके समर्थक बैरंग ही भेसोदा लौट आए  इस पूरे घटनाक्रम के बाद कहीं ना कहीं यह सिद्ध हो जाता है कि सुभाष सोजतिया का एकाधिकार कायम है और एक बार फिर कल की नामांकन रैली में बेटी और भतीजे को गाड़ी में अपने साथ घुमाकर अपनी कायम सीट पर अपने उत्तराधिकारी के चेहरे सोजातिया ने करवा दिये और ये बता दिया की सेवादार कभी ग़द्दी पर नही बैठ सकता

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