पिछले दिनों मंदसौर के बूढ़ा चोकी पर 100 डायल पायलट चोरी की बोलेरो के साथ पकड़ा गया, आरोपी पायलट ने नारायणगढ़ थाने में पदस्थ आरक्षक के भाई से गाड़ी लेना बताया, और चोकी प्रभारी ने तुरंत SP मंदसौर को बताया और कहा कि मेरे यहा में गलत काम नहीं होने दूँगा। जांच के बाद SP मंदसौर ने आरक्षक को बर्खास्त कर दिया। क्षेत्र में चोकी प्रभारी की ईमानदारी की वाह वाही होने लगी अब बात फिर गुम फिर कर वहीं आ गई, कुछ दिन पूर्व नीमच अफीम फैक्ट्री में एक अस्थायी कर्मचारी अफीम चोरी करके ले जाते हुए पकड़ा गया, जिसमें बिज़लवास बामनिया के किसी कमल नाम का व्यक्ती का नाम आया और कमल निकले उन्हीं बुढा चोकी प्रभारी के खास, अब बात अपने पर आ गयी तो चोकी प्रभारी ने NCB कमिश्नर को डायरेक्ट लगा दिया फोन और तोड़ बट्टा कर कमल को छोड़ने और लेन देन करके मामला निपटाने की पेशकश की गई । साहब की ईमानदारी अब खूँटी में टंगी थी। कमल के नाम से शुरू हुई कहानी अब कमाल कर चुकी थी क्योंकि NCB के अधिकारी ने मंदसौर SP को सूचना पत्र भेजकर चोकी प्रभारी द्वारा कही गई बात के लिए पेश होने का फरमान सुना दिया। चोकी प्रभारी ने जी तोड़ मेहनत की ओर अधिकारियों की जी हजूरी में लग गए। जहाँ से शुरू हुए थे वहीं पहुच गए अपने अधिकारियों के लिए ईमानदार चोकी प्रभारी अब अधिकारियों और कर्मचारियों की नजर में एकदम बेईमान साबित हो चुके थे। NCB में अपने घुमावदार ज़वाब देकर चोकी आये और खुद ही बीमारी का हवाला देकर छुट्टी जा चुके थे। SP साहब ने भी कह दिया था जेसा करो वैसा भरो।
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