उज्जैन में 2 दिन दो वारदातें,पहले लूट अब चोरी की घटना पहले होटल में दिल्ली औरसीहोर (म.प्र.)के यात्रियों से हथियारों के दम पर लूट की घटना और अब धर्मशाला में महाराष्ट्र के यात्रियों के साथ जेवरात चोरी की घटना रविवार को सुबह करीब 4 बजे तीन नकाबपोश बदमाश हथियारों के बल पर होटल कलश में घुसकर यात्रियों के कमरे खुलवाते हैं डरा धमकाकर सोने के जेवरात और नकदी लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं वहीं रविवार सोमवार दरमियानी रात करीब 1 बजे यादव धर्मशाला मैं एक चोर दाखिल होता है,धर्मशालाके हाल में सोए हुए यात्री का बैग सिराने से उठाता है,मौके पर ही बैंगखोलकर रकम निकालकर रफू चक्कर हो जाता है दोनों घटनाओं में बदमाश सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे,इन सब के बीच अब एक सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि महाकाल मंदिर के अंदर और बाहर एक बात साफ नजर आ रही है बाहर से उज्जैनपहुंचे महाकाल भक्त मंदिर के अंदर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं,तो मंदिर के बाहर श्रद्धालु खुद को असुरक्षित मान रहे हैं मंदिर के अंदर की बात करें तो रविवार को एक महिला श्रद्धालु बेरीगेट से दर्शन कर रही थी,जब प्रोटोकॉल और 1500 वालों को गर्भ ग्रह में जाकर जल चढ़ाते देखा तो खुद को रोक नहीं पाई,,बैरिकेट्स लांगे और बकायदा गर्भ ग्रह के अंदर पहुंच जल चढ़ाकर लौट गई,,इस दौरान एक पुलिसकर्मी,सुरक्षा गार्ड रोकते नजर आए परंतु वह किसी से नहीं मानी,,वही प्रोटोकॉल व्यवस्था के विरुद्ध पुजारी और पुरोहित धरने तक पर बैठ गए,,ये दो घटनाएं मंदिर के अंदर चल रही मनमानी पर से पर्दा उठाती नजर आई वही मंदिर के बाहर बदमाश कभी हथियारों के बल पर होटल में तो कभी धर्मशाला में घुसकर यात्रियों के जेवरात और नकदी लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं,यह कहीं ना कहीं उज्जैन में यात्रियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करते हैं,,दूसरी और राजनेता और प्रशासनिकअमला भूतड़ी अमावस्या,दीक्षांत समारोह और विक्रम संवत पर गौरव दिवसकी तैयारियों का जायजा में लगा हुआ है उज्जैन में महाकाल मंदिर की वजह से जो गाजे-बाजे है वहीं पर व्यवस्थाएं बंटाधार नजर आ रही है मंदिर के अंदर श्रद्धालुअव्यवस्थाओं से आपा खो रहे हैं,तो मंदिर के बाहर लूट और चोरी का शिकार हो रहे हैं
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