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सभी अधिकारी व कर्मचारी 24 मार्च तक जिले में ई केवाईसी कार्य पूर्ण करें : कलेक्टर श्री यादव मंदसौर शहर में ईकेवाईसी कार्य के लिए 40 नोडल अधिकारी नियुक्त ईकेवाईसी के संबंध में जिला अधिकारियों की बैठक संपन्न मुख्यमंत्री लाडली भेजना योजना अंतर्गत ईकेवाईसी कार्य को पूर्ण करने के लिए कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव की अध्यक्षता में सुशासन भवन स्थित सभागृह में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान कलेक्टर ने मंदसौर शहर में ईकेवाईसी कार्य पूर्ण करने के लिए 40 नोडल अधिकारी नियुक्त किए। यह सभी अधिकारी अपने अपने वार्ड में प्रभारी के रूप में रहेंगे तथा ई केवाईसी कार्य पूर्ण करवाएंगे। बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारी, कर्मचारी, वार्ड प्रभारी मौजूद थे।कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि, सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आगामी 24 मार्च तक संपूर्ण जिले में ईकेवाईसी कार्य पूर्ण करेंगे। 25 मार्च से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना अंतर्गत फार्म भरने का काम शुरू होगा। इसके लिए सभी पात्र हितग्राहियों का समग्र आईडी आधार कार्ड से लिंक होना बहुत जरूरी है। ईकेवाईसी कार्य के लिए सभी वार्डों में कैंप आयोजित होंगै। कैंप के पश्चात घर-घर जाकर ईकेवाईसी कार्य पूर्ण करेंगे।

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन के भूखीमाता रोड बायपास पर शनिवार देर रात तेज गति बस बेकाबू होकर पलट गई। इस स्लीपर बस में सवार 30 से अधिक यात्री चोटिल हो गए।इनमें से 5 यात्रियों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। हादसा इतना खतरनाक था कि बस का इंजन ही टूट कर सड़क पर आ गया। खबर प्राप्त होने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा तथा चोटिल व्यक्तियों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि शनिवार रात को एस एन ट्रैवल्स की बस इंदौर से उज्जैन होकर राजकोट के लिए रवाना हुई थी उज्जैन के देवास गेट पर बस रात को पहुंची थी। यहां से अन्य यात्री बस में सवार हुए इसके पश्चात् बस राजकोट के लिए रवाना हुई थी। चिंतामन ब्रिज उतरने के पश्चात् बस भूखीमाता बायपास के पास से तेज रफ्तार बस बेकाबू होकर अंधे मोड़ की वजह से पलट गई। बस के पलटने की वजह से उसका इंजन टूटकर अलग हो गया। वहीं, उसमें सवार लगभग 30 से 35 यात्री चोटिल हो गए। जिससे कुछ देर यात्रियों में हाहाकार मच गया वही हादसे की खबर लगते ही कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम सहित पुलिस के अफसर यात्रियों का हालचाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने चिकित्सक की टीम को तत्काल बेहतर उपचार के लिए दिशा निर्देश दिए। इंदौर से उज्जैन होते हुए राजकोट जा रही स्लीपर बस में उज्जैन से भी कुछ यात्री बस में सवार हुए थे। कुछ यात्रियों ने बताया था कि हम बाबा महाकाल के दर्शन कर लौट रहे थे, हादसा इतना खतरनाक था कि हम बता नहीं सकते हमें बाबा महाकाल ने ही बचा लिया है।

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