मंदसौर एमपी में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही है इससे पहले मंदसौर से दिल दुखा देने वाली खबर आई है 10वीं की छात्रा ने पेपर से पहले किया सुसाइड: सुसाइड नोट में लिखा- फेल हो जाऊंगी तो सब चिढ़ाएंगे, जिंदगी खिलौने की तरह नहीं जीना चाहती हूँ मंदसौर एमपी में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही है इससे पहले मंदसौर से दिल दुखा देने वाली खबर आई है। यहां 15 साल की 10वीं क्लास की छात्रा ने बोर्ड एक्जाम में फेल होने के डर से सुसाइड कर लिया। छात्रा ने सुसाइड करने से पहले 2 पेज का सुसाइड नोट और मोबाइल रिकॉर्डिंग भी छोड़ी है। मामला जिले के गरोठ का है। गरोठ थाना प्रभारी टीआई कमलेश सिंगार ने बताया कि आज मंगलवार शाम को खाती मोहल्ला बोलिया रोड पर रहने वाली 15 साल की लड़की ने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार को छात्रा का 10वीं बोर्ड का पहला पेपर हिंदी का था। परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले ही छात्रा में फेल होने के डर से सुसाइड कर लिया। मृतक छात्रा गरोठ के निजी स्कूल में पढ़ाई कर रही थी। आत्महत्या से पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमे उसमें दसवीं बोर्ड में फेल होने और मोटी होने का जिक्र करते हुए लिखा हैं कि वह बोर्ड परीक्षा से काफी डरी हुई है वह फेल हो जाएगी तो उसे सब चिढाएंगे। इसके साथ ही छात्र ने मोटी होने के कारण लोगों के चिढ़ाने का भी सुसाइड नोट में जिक्र किया है। वही मोबाइल में मैसेज रिकॉर्ड भी किया है। छात्रा ने परिजनों को मोबाइल की रिकॉर्डिंग सुनने का जिक्र भी किया है। शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है। मामले में गरोठ पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।छात्रा का सुसाइड नोट सॉरी पापा मम्मी, अपनी मर्जी से अपनी जान दे रही हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी मैं खुद हूं। किसी को परेशान न किया जाए। मैं अपनी खुशी से खुदकुशी कर रही हूं। मैं बहुत ही परेशान हूं। दसवी बोर्ड की वजह से। दसवी बोर्ड है। बोर्ड है। बोर्ड है। इसलिए मैं मरना चाहती हूं। और अच्छे नंबर नहीं आए तो सब चिढ़ाएंगे। और मुझे यह कतई मंजूर नहीं है। इसलिए मैं अपनी जान दे रही हूं। और जब से मैं दसवी में आई हूं। तब से हमारे साथ कुछ शिक्षक भेदभाव करते है। मैं बोलती कि मुझे आता है। मुझसे पूछ लो तो भी नहीं पूछते है। और वह कुछ लड़कियां है उन्ही से पूछते है। और मैं दसवी में आने के बाद से बहुत ही तनाव में हूं। बीच में यह लाकडाउन लग जाने के कारण मुझे पढ़ाई में बहुत तकलीफ हो रही है। और मैं बार-बार बीमार हो जाती थी। तो बहुत खर्चा हो रहा था। अब मेरे चले जाने के बाद वो पैसे दक्षु को दे दिए जाए। मैं कब से जहर खा लेती पर दक्षु की वजह से नहीं खा रही थी। पर अब नहीं रुकूंगी। अब मुझे नहीं जीना है। और मैं मोटी हूं तो सब मजाक बनाते थे। पर मोटी हूं। उसमें मेरी क्या गलती है। बाहर वालों का इतना बुरा नहीं लगता है पर मुझे घर वालों का ज्यादा बुरा लगता है। मैं अपनी खुशी से मर रही हूं।I love you mumy papa and all good by अब हमेशा के लिए सब खुश रहना। मैं जा रही हूं। जिंदगी खिलौने की तरह नहीं जीना है। मोटी हूं तो मुझे गर्व है। क्योंकि भगवान ने मुझे ऐसा ही बनाया है। कितनी ही औरते हंसे मै उनके घर खाने के लिए नहीं जा रही थी। दादा से सबसे अधिक प्यार करते थे। उसके बाद पापा और दक्षु। इसलिए जा रही है। दादा के पास। मैं बहुत खुश हूं फोन में कुछ रिकार्ड किया है। सुन जरूर लेना। by by zindgi नाम से सेव किया है। दसवी के बोझ ने मारा डाला। मैं नहीं मरती अगर यह दसवी नहीं होती
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