नारायणगढ़ तक बिना रोक-टोक के पहुंच गई थी परंतु वहां से निकलने के बाद मल्हारगढ़ में रुक गई थी जीजा ने यहां से भी अपने दम पर गाड़ी को आगे निकाल दिया परंतु जीजा की किस्मत खराब थी तो 37 कुंटल डोडा चूरा से लबालब गाड़ी एनसीबी के हत्थे चढ़ गई मामले में तत्कालीन एसपी श्री सुनील कुमार पांडे ने जांच बिठा दी जिसमें मल्हारगढ़ के तत्कालीन थाना प्रभारी को हटा दिया गया था बाद में जांच को जीजा ने प्रभावित करते हुए अपनी टांग निकाल ली आठवां बीतने के बाद भी जीजा पर कार्रवाई नहीं होने से शिवराज मामा की इमानदारी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं आखिरकार मामा जीजा पर मेहरबानी क्यों हैॽ इस मामले में सूत्र बताते हैं झाड़ा से लगाकर नारायणगढ़ तक तकरीबन तीन से चार पॉइंट लगते हैं लेकिन उस रात ऐसा क्या हुआ कि भला एक भी पॉइंट पर ना तो कोई अधिकारी था ना ही कोई आरक्षक सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि जीजा ने स्टाफ की वहां से ड्यूटी हटा कर गाड़ी को अपने थाना क्षेत्र से तो निकालने में जीजा सफल रहे ॽ परंतु जीजा का रसूख मल्हारगढ़ के तत्कालीन थाना प्रभारी पर तो चला परंतु ईमानदार कप्तान श्रीसुनील कुमार पांडे चल पाया पर जीजा ने अपनी कु चाल के चलते हुए कप्तान का ट्रांसफर करवा दिया भरोसेमंद सूत्रों का दावा है कि मामले की पुनः जांच की जाए तो कई और बड़े बड़े खुलासे होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता हैॽ
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