मंदसौर उपज मंडी समिति भानपुरा के उड़नदस्ते दल द्वारा दिनांक 29 अक्टूबर 2021 को निरीक्षण के दौरान कार्यवाही करते हुए उपज सोयाबीन वाहन संख्या RJ14GD3613 को बिना मंडी अनुज्ञा पत्र के अवैध परिवहन करते हुए स्थान झालावाड़ रोड पर रोक कर प्रकरण बनाया गया । जिसमे कुल उपज सोयाबीन मात्रा 236.60 क्विंटल जिसका भाव 5200 कुल कीमत 1230320 रूपए है, उनसे कुल जुर्माना रूपए 92274 संजय पोरवाल से वसूल किया गया सोयाबीन कीमत 1230320/- रू , अधिरोपित 5 गुना मंडी शुल्क - 92274/- रूपये , समझौता शुल्क - 5000/- रूपए व निराश्रित शुल्क 9227/- रुपये वसुली किया गया बताया जा रहा है की मण्डी विभाग ने तो पेनल्टी वसूल कर ली है । अब सेल टेक्स की कार्रवाई भी होना चाहिए क्योंकि यदि जीएसटी शुल्क जोड़ा जाए को यह राशि लगभग ₹60000 तक हो सकती है । कायदे से तो कृषि उपज मंडी भानपुरा सचिव अशोक जैन को सेल टैक्स मंदसौर को इस मामले की जानकारी पत्र के माध्यम से देना चाहिए लेकिन नहीं दी जा रही हो तो व्यापारी को सेल टेक्स जीएसटी बचाने का मौका मिल सकता है उल्लेखनीय है कि उपज भरी गाड़ियों कागजी फर्जीवाड़ा सुवासरा से बाबूराव स्टाइल में चल रहा है जिसमें राजस्थान के डग ,चोमेहला और अरनोद के अनुज्ञा पत्र बनाए जा रहे हैं । गाड़ी चाहे ताल, आलोट , सुवासरा , शामगढ़ , गरोठ भानपुरा , सीतामऊ से भरी जाए लेकिन उसका अनुज्ञा पत्र डग , अरनोद , चोमेहला मंडी के हवाले से बाबूराव स्टाइल में बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश मंडी टैक्स को चुना लगा कर राजस्थान का मंडी टैक्स मध्य प्रदेश के मंडी व्यापारी द्वारा भरा जा रहा है । लाइसेंस मप्र की शिवराज सरकार के मण्डी विभाग अंतर्गत सुवासरा शामगढ़ गरोठ भानपुरा मंडियों का है माल खरीदी भी यहीं से हो रही है लेकिन टैक्स गहलोत सरकार के मंडी विभाग को जमा किया जा रहा है । गाड़ियां चूकि कोटा कसार भेजनी होती है इसलिए वाया राजस्थान से राजस्थान के कागज बाबूलाल स्टाइल में रंगे जा रहे हैं। मंदसौर कलेक्टर कृपया ध्यान दें क्योंकि मंदसौर जिले का अनुमानित प्रतिदिन का 10 लाख रुपए का टैक्स मंडी व्यापारीयो द्वारा गोलमाल किया जा रहा है।
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