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मामला नीमच ओपियम फैक्ट्री के महाप्रबंधक आईआरएस प्रशांत यादव को एसीबी की रेड में दबोचे जाने का वरिष्ठ विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र लिखकर की सीबीआई जांच की मांग


मन्दसौर। वरिष्ठ विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा पकड़े गए इंडियन रेवेन्यू सर्विसेज के अधिकारी शशांक यादव के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। विधायक श्री सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि मध्यप्रदेश के नीमच की अल्कोलाइड फैक्ट्री के चीफ कंट्रोलर ऑफ फैक्ट्री तथा आईआरएस अधिकारी शशांक यादव के कब्जे से एंटी करप्शन ब्यूरो ने राजस्थान के कोटा से 16 लाख 32 हजार 410 रुपए नीमच के गोपी मिष्ठान भंडार के मिठाई के डब्बे में जब्त किए हैं, यह कार्रवाई शनिवार को की गई यादव के पास नीमच का अतिरिक्त प्रभार है, वे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पदस्थ हैं। मीडिया में यह बात सामने आई है कि वह अपने अधीनस्थ सहयोगियों एवं एजेंटों के माध्यम से किसानों की अफीम में मार्फिन ज्यादा बताने के नाम पर मोटी राशि लगातार वसूल कर रहे थे। एंटी करप्शन ब्यूरो इन पर लगातार निगाह रखे हुए था। अफीम की घटिया क्वालिटी को बढ़ाने तथा गाढ़ता में मार्फीन ज्यादा बताए जाने को लेकर यह गोरखधंधा लगातार चल रहा था। आरोप यह भी है कि 6000 किसानों से ₹35 करोड़ रुपये करीब की राशि एडवांस के रूप में ली जा चुकी थी। यदि ऐसी भी इनको नहीं पकड़ती तो 40 हजार किसानों से 3.20 अरब रुपए और वसूल किया जाता।विधायक श्री सिसोदिया ने कहा कि यह मामला गंभीर है। इसकी जांच अगर सीबीआई से की जाती है तो कई परतें खुलेंगी। अल्कोलाइड फैक्ट्री के कई अधिकारी तथा किसानों को गुमराह करने वाले कई एजेंट्स इसमें शामिल हो सकते हैं आरोप यह भी है कि अफीम के पट्टे दिए जाने को लेकर भी किसानों से मोटी रकम वसूल की जाती आ रही है। किसानों को निर्धारित आरी में अफीम की खेती करने का पट्टा जारी किया जाता है। यादव से एंटी करप्शन ब्यूरो ने स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक यूपी 83 व्हाय 7851 के साथ इस घटनाक्रम को अंजाम दिया है। मध्यप्रदेश के मंदसौर और नीमच के अलावा राजस्थान के चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा क्षेत्र के किसानों से भी अफीम की गाढ़ता बढ़ाने और भी ज्यादा बताने के नाम पर यह राशि वसूल किए जाने का आरोप है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस घटनाक्रम को अंजाम देते हुए इस रैकेट का पर्दाफाश किया है मीडिया ने भी इस मामले को प्राथमिकता से प्रकाशित किया है। ऐसे में यह विषय आपके भी संज्ञान में आया होगा। यादव सहित नीमच फैक्ट्री के तमाम अधिकारी और कर्मचारी जिनके नाम जांच में आ रहे हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए और जांच प्रभावित ना हो इसे हेतु उनका स्थान परिवर्तन किया जाना चाहिए। साथ ही इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत भी प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए विधायक श्री सिसोदिया ने मंत्री श्रीमती सीतारमन से अनुरोध किया है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने जो भी कार्रवाई की है उसकी जड़ में जाने के लिए सीबीआई की जांच तुरंत बैठाई जानी चाहिए । अफीम किसान विभाग की शिकायत करने से डरता है, क्योंकि उसे अपने पट्टा निरस्त होने का डर सताता है कि कहीं अधिकारी उसे झूठे मामलों में ना फंसा दें। ऐसे में किसान को न्याय दिलाने का यह सही और उचित समय है।

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