Header Ads Widget

खबरों एवं विज्ञापन के लिए संपर्क करे - हेमंत मेहरा...8319962512

फर्जी पुलिस ऑफिसर शिवानी चौहान भोपाल के थाने में नकली एडिशनल एसपी बनकर पहुंची युवती हैड कॉन्स्टेबल को हड़काया; पकड़े जाने पर बोली- इंदौर से खरीदी वर्दी

भोपाल के थाने में हेड कॉन्स्टेबल पर रौब झाड़ते हुए नकली पुलिस ऑफिसर युवती पकड़ी गई है। वह एडिशनल एसपी की यूनिफॉर्म में टीटी नगर थाने पहुंची थी। थाना प्रभारी की नजर उसके बैज पर पड़ गई। उन्हें उसके फर्जी होने का शक हो गया गया। पूछताछ की तो युवती ने बताया कि यूट्यूब पर देखकर इंदौर से वर्दी बनवाई थी मामला शुक्रवार शाम का है। युवती के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसे रात में ही जमानत देकर थाने से छोड़ दिया गया। युवती ने यह भी बताया कि वह यूपीएससी का मेंस एग्जाम क्लियर कर चुकी है भाई-भाभी को लेकर पहुंची थाने  पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर मौसेरे भाई और भाभी के साथ उसने शहर का न्यू मार्केट घूमा। शाम को भाई-भाभी को यह कहते हुए टीटी नगर थाने ले आई कि यह उसका ऑफिस है, थाने से होकर आती हूं। थाने के मेन गेट से एंटर होकर कैम्पस में बने एसीपी ऑफिस पहुंची। वहां से थाने में आई और एक हेड कॉन्स्टेबल से बातचीत करते हुए रौब झाड़ने लगी हेड कॉन्स्टेबल पर युवती अपना रौब झाड़ रही थी, इतने में थाना प्रभारी सुनील भदौरिया अपनी केबिन से निकलकर आए। उन्होंने युवती से बातचीत की, तभी उनकी नजर युवती के बैज पर पड़ी। इस पर उसके नाम के साथ नंबर भी लिखा था। उन्हें अंदाजा हो गया कि युवती फर्जी अधिकारी बनकर आई है। उससे पुलिस से जुड़े सवाल किए, तो वह घबरा गई। हिरासत में लेकर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया बोली- मां को खुशी देने के लिए ऐसा किया युवती ने बताया कि उसकी मां की तबीयत बेहद खराब है। उन्हें खुशी देने के लिए उनके जीते जी सिलेक्शन होने और पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी की फर्जी कहानी रची शुक्रवार को इंदौर से आई और भाई-भाभी को बताया कि वह नौकरी जॉइन कर चुकी है। उसका कार्यालय टीटी नगर में है। पुलिस युवती के बयानों की जांच कर रही है इंदौर से खरीदी वर्दी और बेल्ट शिवानी ने पुलिस को बताया कि इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने स्थित स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते खरीदे थे। वहीं से ही उसने बैज भी बनवाया था। एडिशनल एसपी की वर्दी कैसी होती है, उस पर अशोक चिन्ह और सितारे कितने होते हैं और कैसे लगाए जाते हैं? यह सब उसने यूट्यूब पर देखकर सीखा। इसी आधार पर वर्दी तैयार कराई थी।

Post a Comment

0 Comments