मंदसौर। बगरोदा की फैक्ट्री में पकड़े गए 1814 करोड़ के मैफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब तस्करों द्वारा दो खेप में 400 किलों ड्रग्स खपाने की जानकारी सामने आई है। इसके लिए पूरे चैनल से काम किया जाता था। राजस्थान के शोएब लाला के पास ड्रग्स पहुंचाने के लिए हरीश आंजना ने हूटर लगी कारों का इस्तेमाल किया। हरीश-लाला की कड़ी मजबूत कराने में प्रेमसुख पाटीदार का अहम किरदार रहा। जांच में पता चला है कि ड्रग्स छिपाने के लिए शोएब लाला ने प्रतापगढ़ में गोदाम बना रखा था। यहां से इम्स देश के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई किया जा रहा था ड्रम्स अब तक कहां और कैसे पहुंचाया गया, इसका खुलासा शीएच लाला के पकड़े जाने के बाद होगा। रविवार को एनसीबी ने प्रेमसुख पाटीदार के गांव में दबिश दी। इससे पहले एनसीबी भोपाल में कई संदिहियों से पूछताछ कर चुकी है। इधर भोपाल में फैक्टरी का प्लॉट बेचने वाला जयदीप सिंह अब भी पुलिस पकड़ से बाहर है। ड्रग्स का गोरखधंधा राजस्थान निवासी दोस्त शीएच लाला ने प्रतापगढ़ जिले में सप्लाई का सेंटर बना रखा था। जग डिलीवरी के लिए आरोपियों ने अनोखा तरीका अपनाया था। पहचान छिपाने के लिए आरोपी जूम की खेप खास पीले रंग की पॉलीथिन में पैक करते थे। जिस शहर में इस माल की डिलीवरी करनी होती थी, वहां आउटर में माल को सुबह 3-4 बजे के बीच ही छोड़ा जाता था। यहां से माल देने वाला टेलीग्राम
र लइव लोकेशन सेंड करता था। माल उत्यने वाला इस लोकेशन के आधार पर पहुंचता और पोले रंग की पॉलीथिन में बंद माल को उठाकर ले जाल। वॉट्सऐप पर भोपाल के बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में बंद पड़ी फर्नीचर फैक्टी में अवैध रूप तस्करों के तार देश के आधा दर्जन राज्यों के बड़े तस्करों से जुड़े हैं। मंदसौर के रहने वाले हरीश जजना के से एमडी तुम्स बनाने वाले या सडक़ मार्ग से एक से दूसरे राज्य पहुंचाई जाती थी ड्रग्स की खेप डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए शोएब लाला दूर खड़ा लेकर निगरानी करता था। माल रिसीव करने के बाद टेलीग्राम स्प में रिसीव्ड का मैसेज किया जाता था। दो खेप में चार सौ किलो ड्रम्स भेजी गई मंदसौर पुलिस की गिरफ्त में आए प्रेमसुख पाटीदार ने पूछताछ में खुलासा किया है कि 400 किलो माल भोपाल की फैक्ट्री में तैयार होकर दो सोप में उस्स्के जरिए शोएथ लाला तक हरीश आंजना पहुंचा भी चुका था। शोएब प्रतापढ़ में बनाए गए सप्लाई सेंटर से देश के अन्य राज्यों में एमडी इम्स की तस्करी करता था। इन राज्य के सीमावतों जिलों में यह डील की जाती थी। बता दें कि बाने में सरेंडर से पहले उसने पुलिस की मौजूदगी में खुद को गोली मार इम्स की खेप सदक्र गार्ग से एक राज्य से दूसरे राज्य और शहरों तक पहुंचाई जाती थी। इसके लिए सभी आरोपीली लग्जरी कारों का इस्तेमाल करते थे। एनसीबी की हरीश के पास पांच लग्जरी कारें होने की जानकारी मिली है। प्रेमसुख के पास तीन लम्बरी कारें हैं। इन आठ कारों के जरिए ही ड्रम्स का नेटवर्क चलता थाउएमपी की सीमा के बाहर भी इन्हें कारों के जरिए माल पहुंचाया जाता था। कस्था माल ट्रांसपोटर्स के माध्यम से बगरीद की फैक्ट्री तक लाया जाता था एनसीबी ने भोपाल के पांच ट्रांसपोटर्स से भी पूछताछ की है प्रेमसुख के घर से जब्त किए जमीन व बैंक संबंधी कागजात, पूछताछ पर 2 दिन में निर्णय होगा खुद की जांच पर फायर कर सरेंडर कर चुका भोपाल एमडी ड्रग्स मामले में आरोपी प्रेमसुख पाटीदार अब भी किता अस्पताल में भती है। मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने रविवार को डॉक्टरों से उसकी सेहत के चारे में चर्चा की। इधर दोपहर में प्रेमसुख के सतुनिया स्थित घर पर मंदसौर ग्रामीण एसडीओपी कीर्ति बमेल के अलावा एनसीची अधिकारी भी पहुंचे। यहां आरके रिश्तेदारों की मौजूदगी में तत्वाशी ली गई। इस दौरान बैंक अकाउंट डिटेल, जमीन के कागजात, आधार अ पैन कार्ड मिले। जिन्हें जब्त किया गया। प्रेमसुख के पैर पर पहले बंधी है। 2 दिन से जो बेड पर ही है। टॉयलेट एक भी नाई जा पा रहा है। ऐसे में पूछताछ के संबंध में अगले 2 दिनों में मेडिकल कंडीशन के आधार पर निर्णय होगा सान्याल और शोएब लाला के बीव की कड़ी है हरीश सान्याल बाने, अमित चतुर्वेदी ड्रग्स बनाने के बाद हरीश आंजना के जरिए ही खपाते थे। इम्स खपाने को जिम्मेदारी हरीश आंजना की थी। यह प्रेमसुख पाटीदार के जरिए शोएब लाला और उस जैसे दर्जन भर से ज्यादा बहे तस्करों से सोधे संपर्क में था। यह गिरोह राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब के बीच बढ़ा कारोबार करता था। । एमडी हुप्स बनाने के लिए रॉ मटेरियल की खरीदी भी इन्ही के बीच होती थी अन्य राज्य की पुलिस मी कार्रवाई में होगी शामिल एमडी इग्स की फैक्ट्री चलाने वाले आरोपियों से सबसे ज्यादा कार्रवाई मंदसौर और नीमच में प्रदेश में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। । पीएचक्यू से सामने आई जानकारी के मुताबिक जनवरी 2013 से अब तका प्रदेश में 6161 मामलों में 7886 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। 29 अपराधियों को 115 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त-फीज करने की कार्रवाई हो चुकी है। सबसे ज्यादा 23 कार्रवाई मंदसौर और नीमच में हुई। नाहरगह के धनराज पाटीदार की 14 करोड़ की संपत्ति, नारायणगढ़ के श्याम सिंह की 10 करोड़, मनसा के पीयूष बंजारा की 10 करोड़, सीतामऊ के अशोक पाटीदार की 8 करोड़ और अफजलपुर के ताहिर मोहम्मद की 3 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति फीज की जा चुकी है। (एनडीपीएस अधिनियम) के कात पिछले 2 वर्षों में कार्रवाई बढ़ी है। इसके अंतर्गत एक जनवरी- 2023 से अब तथा 74 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। इसमें एदौर के 43, मंदसौर-उज्जैन के 5-5 और नीमच-रतलाम के 4-4 अपराधी शामिल हैं। डीजीपी ने अवैध मादक पदाभों की तस्करी में लिस आरोपियों। नेटवर्क ट्रेस करने के साथ विचौलियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं। गिरफ्तार किए गए सभी सदिग्धों की जानकारी एनसीओआरडी पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। का न्वरकोटिक्स कोल ब्यूरो (एनसीबी) की पूछताछ में खुलासे के बाद इस कार्रवाई में राजस्थान पुलिस को भी शामिल किया जा रहा है। राज्य की इंटेलिजेंस विंग को तस्करों के खिलाफ पुख्ता जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, तस्कर गिरोह से जुड़े लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है, उनकी मिनट-टु-मिनट वॉचिंग हो। सही है शोएब लाला की तलाश में जुटी एनसीची आरोपियों से अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि शोएम लाला के पूरे राजस्थान में कॉन्टैक्ट हैं। वह राजस्थान और दूसरे दूसरे राज्यों में तस्करों के बीच मीडिएटर की आम भूमिका निभा चुका है। एनसीबी अब सीएस लाला की सालात कर सी है, लेकिन कह फरार है। सोएम लाल के मुंबई दिये और पंजाब में जडे जमा चुके अंतर्रालय हुम्म तस्करी से संबंध होने की आशंका भी जताई जा रही है। एनसीसी इस दिशा में भी जांच कर रही है। टीम मंदसौर में है। हरीश और प्रेम सुख की संपत्ति का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है इनका कहना प्रेमसुख की मेडिकल कंडीशन पर बात की है आरोपी प्रेमसुख अस्पताल में ही बेड पर है। रविवार को डॉक्टर्स से उसको मेडिकल कंडीशन पर बात हुई। अगले दिनों में पुछताछ संभव हो पाएगी। पुलिस व नारकोटिक्स टीम ने उसके रिश्तेदारों की मौजूदगी में घर रकी सर्चिग की। यहां से बैंक, जमीन व कुछ अन्य दस्तावेज मिले हैं। अभिषेक आनंद, एसपी, मंदसौर
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