इंदौर 05 जून 2023, रामनवमी के दिन इंदौर के स्नेह / पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर की बावड़ी में घटित दर्दनाक हादसे में हुई 36 मौतों के जिम्मेदारो की न्यायायिक जांच की याचिका के पूर्व जिला प्रशासन एवं निगम अफसरों ने ताबड़तोड़ 80 वर्ष पुराने होलकर-कालीन श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर तथा श्री झूलेलाल मंदिर को तोड़ दिया था और जांच अधिकारियो की टीम का मौके पर पहुचने के पूर्व ही तोड़े गए मंदिर का मलबा वर्षो पूर्व निर्मित बावड़ी में भरकर घटना के साक्ष्य मिटा दिए थे पूर्व पार्षद श्री दिलीप कौशल ने अभिभाषक श्री मनोहर दलाल एवं श्री लोकेन्द्र जोशी के माध्यम से माननीय उच्च न्यायलय याचिका लगाईं थी और मंदिर तोड़कर सबूत मिटाने और जांच प्रभावित करके आरोपियों का बचाव करने के आरोप लगते हुवे दोषियों पर कारवाई करने के लिए अंतरिम आवेदन दिया था ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते माननीय उच्च न्यायलय की विशेष डबल बेंच द्वारा आज प्रकरण की सुनवाई की गई, जिसमे सरकार और नगर निगम द्वारा याचिका और अंतरिम आवेदन पर कोई उत्तर नहीं दिया गया, जिस पर माननीय न्यायलय ने याचिका में आरोपी श्री बेलेश्वर मंदिर ट्रस्ट को 3 दिवस में पुनः हमदस्ती नोटिस तामिली के आदेश दिए और नोटिस तामिल होते ही तुरंत याचिका की सुनवाई निर्धारित करने के भी आदेश दिये उल्लेखनीय है कि इस वर्ष रामनवमी के दिन इंदौर के स्नेह / पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर की बावड़ी में घटित दर्दनाक हादसे में हुई 36 हो गई थी, मुख्यमंत्री द्वारा तुरंत मजिस्ट्रियल जांच के आदेश देकर 15 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा था जिसकी जांच अंतर्गत अपर कलेक्टर श्री अभय बेडेकर ने दिनांक 02 अप्रैल से दिनांक 06 अप्रैल तक जनमत आमंत्रित किया था, सूचना लगते ही दिनांक 05-04-2023 को नगर निगम की आयुक्त रही श्रीमती प्रतिभा पाल ने अपने अधीनस्थ अन्य निगम अफसरों जिनमे श्रीमती लता अग्रवाल, अश्विन जनवदे, अतीक खान, अनूप गोयल, सुनील गुप्ता, सेवकराम पाटीदार, राकेश अखंड, मनीष पांडे, चेतन पाटिल, प्रकाश नागर, परसराम अरोलिया के सहयोग से 80 वर्ष पुराने होलकर-कालीन श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर तथा श्री झूलेलाल मंदिर को ताबड़तोड़ तोड़ दिया और जांच अधिकारियो की टीम का मौके पर पहुचने के पूर्व ही तोड़े गए मंदिर का मलबा वर्षो पूर्व निर्मित बावड़ी में भरकर साक्ष्य मिटा दिए थे, श्री कौशल ने बताया कि स्नेह नगर की दर्दनाक घटना ने निगम तथा तथा प्रसासन के रेस्क्यू की पोल खोल दी, घटना से इंदौर ही नहीं सम्पूर्ण देश गमगीन हो गया था, मुख्यमत्री द्वारा 15 दिवस में मजिस्ट्रियल जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी कोरी घोषणा साबित हुवा, जांच की कारवाई के चलते अफसरों द्वारा साक्ष्य मिटाना और नष्ट करने के बाद भी कोई कारवाई नहीं की गई है यहाँ तक की श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं सचिव की गिरफ़्तारी भी राजनैतिक दबाव के चलते नहीं की गई है
0 Comments