चित्तौड़गढ़। पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान दो आरोपियों से देसी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और तीन लाख रुपए बरामद किए हैं। साथ ही एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी पिस्टल बेचकर आ रहे थे। बताया जा रहा है कि पिस्टल बेचने से ही आरोपियों के पास इतने रुपए थे। मामला चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाने का है। एसएचओ विक्रम सिंह ने बताया कि चित्तौड़गढ़-कोटा हाईवे पर सेमलपुरा मोड़ के पास बैरिकेट्स लगाकर कोतवाली जाब्ता नाकाबंदी कर रहा था। पुलिस बाहर से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एक मोटरसाइकिल सवार दो युवक बस्सी की तरफ से आते हुए दिखाई दिए। पुलिस की नाकाबंदी देख मोटरसाइकिल चालक ने 20 मीटर पहले अपनी बाइक रोककर घुमाने की कोशिश की। पुलिस ने घेरा देखकर दोनों को पकड़ा। दोनों आरोपी बुरी तरह डर गए। सीआई विक्रमसिंह ने बताया कि पूछने पर मोटरसाइकिल चालक ने अपना नाम नारायणगढ़, मंदसौर, एमपी निवासी प्रहलाद सिंह (22) पुत्र विजय सिंह चौहान और बाइक के पीछे बैठे युवक ने अपना नाम अजय सिंह (20) पुत्र कमल सिंह चौहान बताया। पिस्टल बेच कर आ रहे थे आरोपी पुलिस ने जब उन्हें भागने का रीजन पूछा तो दोनों इसका जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने प्रहलाद सिंह और अजय सिंह पर शक होने पर उनकी तलाशी ली। प्रहलाद के जेब से डेढ़ लाख रुपए और एक पिस्टल की मैगजीन (जिसमें दो जिंदा राउंड लगे हुए थे) मिली। इसी तरह अजय सिंह के जेब से डेढ़ लाख रुपए और एक पिस्टल मय मैगजीन मिली। दोनों के पास ही पिस्टल रखने का कोई लाइसेंस नहीं था। इतने रुपए के बारे में जब पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि यह रुपए उन्हें रिवाल्वर बेचने से मिले। पुलिस ने आरोपियों पिस्टल, कारतूस, रुपए, बाइक जब्द करते हुए गिरफ्तार कर लिया। कार्यवाही करने वाली टीम में एसआई प्रशिक्षु जयेश पाटीदार, कॉन्स्टेबल राजकुमार, सुनील कुमार, रमेश, गजेंद्र सिंह, राधेश्याम शामिल थे।
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