भोपाल।टाइम में सीपीआर मिल जाए तो निश्चित ही उसकी जान बचाई जा सकती है। सीपीआर का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुलिसकर्मियों और समाजजनों के हित में किया जा रहा एक मानवीय प्रयास है। आमजन के लिए भी इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते रहना चाहिए ताकि सभी लोग स्वास्थ्य रक्षा के प्रति सजग और जागरूक हो सकें सीपीआर से इन्हेंं मिला नया जीवन :- रक्षित निरीक्षक को पड़ा दिल का दौरा पुलिसकर्मियों ने दिया सीपीआर : राजधानी भोपाल के ओल्ड कैंपियन मैदान पर 29 जनवरी 2023 को अन्य पुलिसकर्मियों के साथ क्रिकेट खेल रहे रक्षित निरीक्षक दीपक पाटिल को अचानक दिल का दौरा पड़ा। वह सीने में दर्द के कारण जमीन पर गिर पड़े। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें तत्काल सीपीआर देना शुरू कर दिया। सीपीआर मिलने से आरआई दीपक पाटिल की सांसें दोबारा चलने लगी। इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें नजदीक के अस्पताल ले गए। अस्पताल में कुछ दिन भर्ती रहने के बाद वे अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैंमहिला पुलिसकर्मी ने सीपीआर देकर बचाई बुजुर्ग की जान : ग्वालियर में एक महिला पुलिसकर्मी ने समय पर एक बुजुर्ग को सीपीआर देकर उनकी जान बचाई और समय पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया। दरअसल, 12 दिसंबर 2022 को गोले के मंदिर चौराहे पर यातायात पुलिस की महिला उपनिरीक्षक सोनम पाराशर यातायात प्रबंधन संभाल रही थी। तभी एक बुजुर्ग को अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत होकर सड़क पर गिर पड़े। उन्हें देखकर महिला उपनिरीक्षक सोनम पाराशर तत्काल वहां पहुंची और सीपीआर देकर उनकी जान बचा ली। ड्यूटी पर तैनात डीएसपी की बचाई जिंदगी : इंदौर के होलकर स्टेडियम में 24 जनवरी 2023 को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए क्रिकेट मैच के दौरान ड्यूटी पर तैनात डीएसपी ध्रुवराज सिंह चौहान को अचानक दिल का दौरा पड़ा। उनके सीने में तेज दर्द के साथ ही मुंह से खून आ गया। यह देख उनके साथ ड्यूटी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें सीपीआर दिया। इसके बाद उन्हें तत्काल निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी जान बचाई जा सकी।
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