देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अप्रैल में हुई जम्मू रैली के दौरान हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. जम्मू के बाहरी इलाके सुजावां में हुए आतंकी हमले और उस साजिश से जुड़े मामले में अब तक हुई तफ़्तीश के बाद जब्त सबूतों और दर्ज बयानों के बाद बुधवार 18 अक्टूबर को केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा कोर्ट में आरोपपत्र दायर किया जा रहा है. जांच एजेंसी के सूत्रों की अगर मानें तो आतंकी हमले की साजिश का मुख्य आरोपी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर समेत कई अन्य आतंकियों को बनाया जा सकता है आतंकी मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों में और कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. 22 अप्रैल को सुजावां में आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था, उसी हमले के दौरान जवाबी कार्रवाई के दौरान दो आतंकियों की मौत भी हो गई थी. उसके बाद इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा पुलवामा के पुत्रीगाम इलाके का रहने वाले आबिद अहमद मीर समेत कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई थी जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक आबिद अहमद मीर आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का अंडरग्राउंड वर्कर रहा है. उसका बिलाल अहमद वागे के साथ भी बेहद करीबी सम्बंध रहा है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों के बयान के आधार कई अन्य कार्रवाई भी हुई है. इस मामले में अब तक चार आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है. हालांकि एनआईए की रिपोर्ट के मुताबिक जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर समेत इस आतंकी हमले से जुड़े कुल 6 आतंकी अभी भी फरार हैं
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